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रोहतास को फरवरी 2026 तक संपूर्ण साक्षर जिला बनाने का लक्ष्य, डीएम की अध्यक्षता में व्यापक समीक्षा बैठक

रोहतास। समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभागार में बुधवार को जिला पदाधिकारी, रोहतास की अध्यक्षता में जिले को संपूर्ण साक्षर बनाने को
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रोहतास। समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभागार में बुधवार को जिला पदाधिकारी, रोहतास की अध्यक्षता में जिले को संपूर्ण साक्षर बनाने को लेकर एक विस्तृत समीक्षा सह-योजना बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड प्रबंधक जीविका, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के साथ-साथ उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक जीविका, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान एवं माध्यमिक शिक्षा-सह-साक्षरता विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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    बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, रोहतास ने बताया कि पूर्व में गृहवार सर्वेक्षण के आधार पर जिले में 92701 असाक्षर व्यक्तियों की पहचान की गई है, जिनमें लगभग 65 हजार असाक्षर महिलाएँ शामिल हैं। इन्हें साक्षर बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है।

     

    जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि असाक्षरों का किया गया सर्वेक्षण एक बार फिर त्वरित गति से पुनरीक्षित किया जाए, ताकि वास्तविक स्थिति का अद्यतन आकलन हो सके। उन्होंने कहा कि 07 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाली बुनियादी साक्षरता परीक्षा में लक्ष्य के अनुरूप अधिक से अधिक नव-साक्षर महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। इसके लिए प्रत्येक प्रखंड में दो आदर्श बुनियादी साक्षरता परीक्षा केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

     

    डीएम ने आगे निर्देश दिया कि परीक्षा के बाद 15 से 60 वर्ष आयु वर्ग के शेष असाक्षर व्यक्तियों को साक्षरता कार्यक्रम से जोड़ने हेतु जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को साक्षरता केंद्र के रूप में नामित करने का निर्णय लिया गया। एक केंद्र पर 10 से 15 असाक्षरों का नामांकन किया जाएगा। यदि किसी वार्ड में संख्या इससे अधिक हो, तो नजदीकी विद्यालय या अन्य सामुदायिक भवनों को अतिरिक्त साक्षरता केंद्र के रूप में उपयोग में लाया जाएगा।

     

    इन केंद्रों पर शिक्षण की जिम्मेदारी शिक्षा सेवक, तालिमी मरकज, आंगनबाड़ी सेविका एवं जीविका के ग्राम संगठन की सी.एम. को दी जाएगी। साथ ही 9वीं एवं 11वीं के मेधावी छात्र-छात्राओं को भी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की देखरेख में ‘मैचिंग-बैंचिंग’ के माध्यम से इस अभियान से जोड़ा जाएगा, ताकि तीन माह के भीतर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति सुनिश्चित की जा सके।

     

    जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि फरवरी 2026 के अंत तक रोहतास को “संपूर्ण साक्षर जिला” घोषित करने का लक्ष्य हर हाल में पूरा किया जाए। इसके लिए सभी विभाग समन्वित तरीके से अभियान की प्रगति पर लगातार निगरानी रखेंगे।

     

    यह बैठक जिले में चल रहे साक्षरता मिशन को नई गति देने और व्यापक जनसहभागिता सुनिश्चित करने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

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